अर्गलास्तोत्र
Argala Stotra
चण्डी पाठ के पूर्व पढ़ा जाने वाला यह अर्गला स्तोत्र अत्यंत मंगलकारी है। यह देवी की कृपा प्राप्त करने और सभी विघ्नों का नाश करने के लिए पढ़ा जाता है।
A curated collection of sacred Sanskrit hymns and devotional songs
Discover divine Sanskrit stotras, devotional bhajans and sacred prayers
Argala Stotra
चण्डी पाठ के पूर्व पढ़ा जाने वाला यह अर्गला स्तोत्र अत्यंत मंगलकारी है। यह देवी की कृपा प्राप्त करने और सभी विघ्नों का नाश करने के लिए पढ़ा जाता है।
Devi Kavach
देवी दुर्गा का यह कवच स्तोत्र अत्यंत शक्तिशाली और रक्षाकारी है। यह चण्डी पाठ का अंग है और भक्तों की सभी प्रकार की बाधाओं से रक्षा करता है।
Devi Keelakam Stotra
देवी दुर्गा सप्तशती का यह कीलक स्तोत्र अत्यंत गुप्त और शक्तिशाली है। यह चण्डी पाठ के साथ जपने से सभी मंत्रों की सिद्धि प्राप्त होती है।
The beloved and most popular aarti dedicated to Maa Durga, expressing devotion and seeking blessings from the Divine Mother. This sacred aarti is sung during Navratri and other auspicious occasions.
Mahishasura Mardini Stotra
श्री आदि शंकराचार्य द्वारा रचित यह प्रसिद्ध स्तोत्र देवी दुर्गा के महिषासुर वध की गाथा है। इसकी मधुर तान और गहन भक्ति भाव श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
Shri Apaduddharaka Durga Stotra
आपत्तियों से उद्धार करने वाली देवी दुर्गा का यह स्तोत्र विशेष रूप से संकट काल में पढ़ा जाता है। यह स्तोत्र सभी प्रकार के भयों और विपत्तियों से मुक्ति दिलाने वाला है।
Shri Bhagwati Stotra
देवी दुर्गा की स्तुति में यह सुंदर स्तोत्र सभी पापों का नाश करने वाला और सभी मनोकामनाएं पूर्ण करने वाला है। इसका नियमित पाठ भक्तों को शुभ फल प्रदान करता है।
Shri Durga Chalisa
माता दुर्गा की स्तुति में रचित यह चालीसा अत्यंत लोकप्रिय और फलदायी है। इसके नियमित पाठ से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और भक्तों की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
Shri Durga Kshama Prarthana
देवी दुर्गा से क्षमा याचना का यह मार्मिक स्तोत्र है। पूजा में हुई त्रुटियों, अज्ञानवश किए गए अपराधों के लिए माता से क्षमा मांगने का यह सुंदर प्रार्थना है।
Shri Saraswati Stotra
माता सरस्वती के चरण कमलों की स्तुति में यह मधुर स्तोत्र है। इसमें ज्ञान, विद्या और बुद्धि की देवी के दिव्य गुणों का वर्णन है। नियमित पाठ से विद्या और बुद्धि की वृद्धि होती है।
मनींद्र जी द्वारा गाया गया यह मधुर भजन माता वैष्णो देवी की महिमा का वर्णन करता है। इसमें भक्त अपनी माँ के प्रति प्रेम और श्रद्धा व्यक्त करता है।
Ve Sunyareya
माता रानी के लिए सुंदर आभूषण बनवाने की प्रार्थना में यह मधुर भजन है। इसमें भक्त सुनार से माँ के लिए सुंदर नत्थ (नाक की आभूषण) बनाने की विनती करता है।
Madhurashtakam
भगवान श्री कृष्ण की मधुरता का वर्णन करने वाला यह सुंदर अष्टक है। इसमें कृष्ण के हर अंग, हर गुण, हर लीला को 'मधुर' कहकर उनकी अनुपम मधुरता का गुणगान किया गया है। यह स्तोत्र कृष्ण भक्ति में मधुरता रस की पराकाष्ठा है।
Shri Krishna Ashtakam
भगवान श्री कृष्ण की महिमा का वर्णन करने वाला यह अष्टक है। इसमें कृष्ण के सौंदर्य, लीला और दिव्य गुणों का गुणगान किया गया है। नन्द के लाल, गोपियों के प्रियतम और समस्त जगत के आधार की स्तुति।
Shri Narasimha Aarti
गौडीय वैष्णवों द्वारा गायी जाने वाली भगवान नरसिंह की पारम्परिक संस्कृत आरती। यह आरती भगवान नरसिंह के दिव्य गुणों, उनकी भक्त-वत्सलता और रक्षक स्वरूप का गुणगान करती है।
Shri Radha-Kripa-Kataksha Stotra
श्री राधा रानी की कृपा दृष्टि की प्रार्थना करने वाला यह अद्भुत स्तोत्र है। इसमें राधा जी के दिव्य सौंदर्य, गुणों और महिमा का वर्णन करते हुए उनकी कृपा-कटाक्ष की याचना की गई है। यह स्तोत्र राधा-कृष्ण प्रेम की पराकाष्ठा का प्रतीक है।
Shrimad Yamunashtak
श्री यमुना रस रानी की महिमा का वर्णन करने वाला यह अष्टक है। यमुना जी को कलिंदनंदिनी के नाम से संबोधित करते हुए उनकी दिव्यता और पावनता का गुणगान।